मुंबई
महानगरपालिकामें बाबासाहब स्थापित स्वतंत्र मजूर पक्षको पांच सीट मिली 1939
जिस
तरह पोप बननेवाली व्यक्तिको क्रांतिकारी बनेनेकी इच्छा नहीं होती, उसी तरह
ब्राह्मण जातिमें जन्म लेनेवाली व्यक्ति क्रांतिकारी बननेकी बहुत कम इच्छा रखता
है। हकीकत में सामाजिक सुधारके बारेमें ब्राह्मणसे क्रांतिकारी होनेकी अपेक्षा
रखना यह तो लेस्ली के शब्दों में कहें तो, सभी नीली आंखोवाले बच्चोंकी हत्या कराने
का कानून ब्रिटीश संसद पास करेगी ऐसी अपेक्षा रखने जितना ही बेकार है।
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