कानून प्रधानपद से इस्तीफा देने के बाद
सर्वोच्चय अदालतमें वकीलात शुरु की 1951
गांधीवाद के तहत सामान्य मनुष्य को थोडी सी रकम
के लिये सतत परिश्रम करना ही होगा और पशु बनकर रहेना होगा। जो गांधीवाद प्रकृतिकी
ओर वापस मुडने की बात करता है वह विशाल
समूह को नग्नता की तरफ, अति गंदगी की तरफ, गरीबी की तरफ और अज्ञानता की तरफ ले
जाने की बात करता है।
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