Thursday, December 29, 2011

१७ अक्टूबर : तीसरी पार्टी



मैं शर्मिन्दा हूँ। कुछ लोग यह बात समझ नहीं सकते कि कांग्रेसकी राइटिस्ट (मूडीवादी) छावनी सामाज्यवादका इस्तेमाल कामदारोंके अलग और स्वतंत्र संगठनको रोकनेके बहाने कर रही है। राजनीति वर्गीय जागरूकता  आधारित होनी ही चाहिये। जो राजनीतिमें  वर्ग जागरूकता नहीं है, वह नीरा  दंभ है।

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