शाहु महाराजने दलितोंके लिये पाठशालाओंका प्रारंभ किया 1919
मुंबई विधान परिषदमें मुंबई युनिवर्सिटी कानून सुधार विधेयक पर
वक्तव्य 1927
राजकीय सत्ता सभी सामाजिक प्रगतिकी चाबी है और
अनुसूचित जातियां एक तीसरे पक्षके स्वरुप में खुद को सगंठित करके सत्ता हासिल कर
सकतीं हैं और कांग्रेस तथा समाजवादी जैसे
प्रतिस्पर्धी दलोंके बीच सत्ताका संतुलन बनाये रखें
तो अपनी मुक्ति हासिल कर सकतीं हैं ।
(1948)
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