Thursday, December 29, 2011

१ अक्टूबर : तीसरी पार्टी


















शाहु महाराजने दलितोंके लिये पाठशालाओंका प्रारंभ किया 1919
मुंबई विधान परिषदमें मुंबई युनिवर्सिटी कानून सुधार विधेयक पर वक्तव्य 1927


राजकीय सत्ता सभी सामाजिक प्रगतिकी चाबी है और अनुसूचित जातियां एक तीसरे पक्षके स्वरुप में खुद को सगंठित करके सत्ता हासिल कर सकतीं हैं  और कांग्रेस तथा समाजवादी जैसे प्रतिस्पर्धी दलोंके बीच सत्ताका संतुलन बनाये रखें तो अपनी मुक्ति हासिल कर सकतीं  हैं । (1948)

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