शहीद भगतसिंह जयंती 1905
गांधीजीके अनुरोधसे छुआछूत निवारण संघ की स्थापना, बाद में उसका
नाम रखा गया हरिजन सेवक संध 1932
इस
(औधोगिक विवाद) विधेयक हडतालको दंडनीय ठहराकर मजदूरोंको गुलामीकी स्थितिमें ला रहा है।
मेरे मत अनुसार, वास्तवमें इस विधेयकको ‘ कामगार नागरिक स्वातंत्र्य नाबूदी विधेयक
‘ कहना चाहिये।
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