Thursday, December 29, 2011

२८ सितम्बर : कामगार वर्ग


















शहीद भगतसिंह जयंती 1905
गांधीजीके अनुरोधसे छुआछूत निवारण संघ की स्थापना, बाद में उसका नाम रखा गया हरिजन सेवक संध 1932

इस (औधोगिक विवाद) विधेयक हडतालको दंडनीय  ठहराकर मजदूरोंको गुलामीकी स्थितिमें ला रहा है। मेरे मत अनुसार, वास्तवमें इस विधेयकको ‘ कामगार नागरिक स्वातंत्र्य नाबूदी विधेयक ‘ कहना चाहिये।

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