फेडरेशन चुनाव प्रचारका प्रारंभ, परेल 1951
मैं जानता हूँ कि देशमें अल्पसंख्यक व्यक्ति जब अपनी कौमके अधिकारोंके लिये लड़ने को
तैयार होता है तब पूरा समूह उसके सामने खडा हो जाता है और उसे साम्प्रदायिकका लेबल
दे देता है, भारतविरोधी लेबल दे देता है, और उसे इस देशके विनाशके लिये कार्यरत नौकरशाही के किसी अफ्सरकी कठपुतलीका लेबल दे
देता है।
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