दलित छात्रावासोंको मदद करने के लिये अम्बेडकरकी अपीलके प्रतिभाव
में सरकार ने योजना घोषित की। 1928
स्वतंत्र मजदूर पक्षके विकासके अवरोधमें
आनेवाली समस्या सामाजिक है, राजकीय नहीं है। उसका केन्द्र दलित वर्गोका बना हुआ है यह हकीकत ही अपने आपमें
ऐसी बात है कि जो उसके विकास और विस्तारके
मार्गमें बाधा डाल रही है। दलित वर्गो जैसे नीचले वर्गोंके लोगोंके साथ नहीं
जुडनेकी सामान्य भावनाने सवर्ण हिन्दु कामगारोंको आई. एल. पी.से जुडनेसे रोका है।
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