Friday, December 30, 2011

७ दिसम्बर : गांधीवाद














 डॉ. आंबेडकर चैत्यभूमिके रुप में प्रसिद्ध चोपाटी पर बौद्ध विधि के अनुसार अंतिम संस्कार 1956

गांधीवादी अर्थतंत्र बिल्कुल निराशाजनक है, मिथ्या है। यंत्र और आधुनिक संस्कृतिने अनेक दूषण जन्म दिया है इस हकीकत को स्वीकार कर सकते है, परन्तु यह दूषण उसके विरुद्ध की दलील नहीं है। क्योंकि, यह दूषण यंत्र या फिर आधुनिक संस्कृति के कारण पैदा  नहीं हुए हैं। समाज की गलत व्यवस्थाने निजी संपत्ति  और निजी लाभ के पीछे लगी स्पर्धा को पवित्र माना है जिससे गलत व्यवस्था के कारण इनका जन्म हुआ है।

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