Saturday, December 24, 2011

८ मार्च : जाति प्रथा


















रशियामें क्रांति का प्रारंभ 1971
डॉ. आंबेडकरको लिखे पत्रमें जगजीववनरामने कांग्रेससे हुई अपनी निजी मीटिंगका स्वीकार किया 1937

कुछ लोगों ने जाति व्यवस्थाके बचाव में जीवविज्ञान की मददसे खाई खोदकर किल्लाबंदी की है।

कहा जाता है कि शुद्ध वंश कहीं भी अस्तित्व नहीं रखता और दुनियामें  सभी जगह वंशों का मिश्रण हुआ है।

No comments:

Post a Comment