पंजाबका
ब्राह्मण और पंजाबका चमार वंशीय रुपसे एक ही मूलके है. जाति व्यवस्थामें वंशीय
विभाजन नहीं होता। जाति व्यवस्था एक ही वंश के लोगोंका सामाजिक विभाजन है। मनुष्य
और प्राणीयोंके बीच निःसंकोचरुपसे इतना अधिक गहरा अंतर है कि वैज्ञानिक मनुष्य और
प्राणीको दो अलग प्रजाति गिनते है, परन्तु जो वैज्ञानिक वंश की शुद्धतामें मानते
है वे भी आग्रहपूर्वक नहीं कह सकते कि अलग वंश मनुष्यकी अलग प्रजातियां है।
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