शाहु
महाराज स्मृति दिन 1922
आर्थिक
क्रांतिके लिये सर्वहाराको उतेजित करनेके लिये कार्ल मार्कसने कहा है, "तुम्हे
जंजीरोंके अलावा कुछ भी नहीं गँवाना है", परन्तु एकको ज्यादा और दूसरेको कम
मिले इस तरह विविध जातिओंमें सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक अधिकारोंको बांटनेकी
चालाकीके कारण जातिव्यवस्थाके विरुद्ध हिन्दुओंको उत्तेजित करनेके लिए कार्ल मार्कसका सूत्र निरुपयोगी सिद्ध हुआ।
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