लखनऊमें
शिडयूल्ड कास्ट फेडरेशन की पांचवी परिषद 1948
मुंबई
की एक परिषदमें रुढिचुस्त हिन्दुओंके नेता एनापुर शास्त्रीने ठोसरुप से हिन्दुओं
और अस्पृश्यों के बीच संबंध कैसा है वह व्यक्त किया था। उन्होने कहा कि, जिस तरह
एक मनुष्यका उसके जूतेका संबंध है ऐसा संबंध अस्पृश्योंका हिन्दुओके साथ है।
व्यक्ति अगर जूता पहनता है तो उस अर्थ में जूता मनुष्यके साथ जुडा हुआ है। और उसे
मनुष्यका एक हिस्सा कहा जा सकता है।
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