Saturday, December 24, 2011

२३ जनवरी शासकवर्ग















नेताजी सुभाषचन्द्र बासु  जयंती 1897


जब-जब गुलामवर्गोंने धारासभाओं, प्रशानिकतंत्र और सार्वजनिक सेवाओंमें आरक्षणकी मांग की है। तब-तब शासकवर्ग जोर से चिल्लाकर कहता है, "राष्ट्रवाद खतरेमें है"।

No comments:

Post a Comment