प्रथम
गोलमेजी परिषद समाप्त 1931
"रानडे,
गांधी और जिन्हा" बिषय पर बाबासाहब का वक्तव्य 1943
कांग्रेसने
बनिया, व्यापारी और जमीनदार जैसे मालदार वर्गोंको कितना प्रतिनिधित्व दिया है?
यहाँ भी कांग्रेसके टिकट पर प्रत्याशी बनिया,
जमीनदार और वेपारीओको मिला प्रतिनिधित्व प्रंचड है। शासक वर्गके सामने लडने के
बजाय कांग्रेसने वास्तवमें शासक वर्गको राजकीय सत्ता हासिल करनेमें मदद की थी,
यह निसंदेह है।
No comments:
Post a Comment