Saturday, December 24, 2011

१९ जनवरी शासकवर्ग














प्रथम गोलमेजी परिषद समाप्त 1931
"रानडे, गांधी और जिन्हा" बिषय पर बाबासाहब का वक्तव्य 1943


कांग्रेसने बनिया, व्यापारी और जमीनदार जैसे मालदार वर्गोंको कितना प्रतिनिधित्व दिया है? यहाँ भी कांग्रेसके  टिकट पर प्रत्याशी बनिया, जमीनदार और वेपारीओको मिला प्रतिनिधित्व प्रंचड है। शासक वर्गके सामने लडने के बजाय कांग्रेसने वास्तवमें शासक वर्गको राजकीय सत्ता हासिल करनेमें मदद की थी, यह  निसंदेह  है।

No comments:

Post a Comment