मुंबई
विधान परिषद में "लोकल बोर्डस कानून सुधार" विधेयक पर वक्तव्य 1938
ब्राह्मण
मन को गुलाम बनाता है और बनिया तन को। शासक वर्गको मिलनेवाली इस लूटको दोनों बांट
लेते है। हिन्दुओ की कुल जनसंख्यामें ब्राह्मणोंकी कुल जनसंख्या कितनी छोटी है यह
नहीं जाननेवाले कांग्रेसके टिकिट पर ब्राह्मणोंने कितना प्रतिनिधित्व प्राप्त किया
है उसे समझ नहीं सकते। परन्तु जो जानते है उन्हें एहसास होगा कि अपनी संख्या के
अनुपातमें ब्राह्मणोंने प्रचंड
प्रतिनिधित्व पाया है।
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