Saturday, December 24, 2011

१७ जनवरी शासकवर्ग













दलितो के प्रश्नो को युनो में प्रस्तुत करने के लिये ऑल इंडिया शेडयुल्ड कास्ट फेडरेशन ने प्रस्ताव पारित किया 1947


हर एक ब्राह्मण उसके बापदादा द्वारा घोषित की गई ब्राह्मणवादकी विचारधारा को आज भी मानता है। यह हिन्दु समाजमें एक पराया तत्व है। जिस तरह जर्मन फ्रेंचके लिये, यहुदी बिनयहुदीके लिये या फिर गोरा नीग्रोके लिये पराये है। उसी तरह अस्पृश्योंके लिये ब्राह्मण परदेशी है।  ये उनके लिये पराये ही नहीं है, बल्कि उनकी तरफ दुश्मनीका भाव भी रखते हैं।

No comments:

Post a Comment