दलितो
के प्रश्नो को युनो में प्रस्तुत करने के लिये ऑल इंडिया शेडयुल्ड कास्ट फेडरेशन
ने प्रस्ताव पारित किया 1947
हर
एक ब्राह्मण उसके बापदादा द्वारा घोषित की गई ब्राह्मणवादकी विचारधारा को आज भी
मानता है। यह हिन्दु समाजमें एक पराया तत्व है। जिस तरह जर्मन फ्रेंचके लिये,
यहुदी बिनयहुदीके लिये या फिर गोरा नीग्रोके लिये पराये है। उसी तरह अस्पृश्योंके
लिये ब्राह्मण परदेशी है। ये उनके लिये
पराये ही नहीं है, बल्कि उनकी तरफ दुश्मनीका भाव भी रखते हैं।
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