अस्पृश्यता निवारणके लिये एस. के. बोले का संकल्प मुंबई विधानसभा
परिषद में पारित 1923
एक
समाजके लिये आवश्यक गुण भारतीय समाजमें
है? भारतीय समाज व्यक्तियोंसे नहीं बना।
यह जातिओंका बेशुमार जमेला है, जो अपने निजी जीवनमें अलगाववादी है, जिनके पास
बांटने के लिये समान अनुभव नहीं है और सहानुभूतिका बंधन नहीं है।
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