पूनामें आंबेडकर स्कूल ऑफ पोलिटिक्सकी स्थापना 1944
ख्रिस्ती
धर्मकी ओर श्री गांधीका विरोध अत्यंत
प्रसिध्द है, गांधी कहते है, "मैं ऐसा मानता हूँ कि हरिजनोंका विशाल समूह और
उसी तरह भारतीय मानव ख्रिस्ती धर्म के प्रस्तुतीकरणको समझ नहीं सकते। वे (हरिजन)
दो चीजों के गुणदोष की तुलना नहीं कर सकते, जितनी गाय कर सकती है। हरिजनो के पास
दिमाग नहीं है, बुद्धि नहीं है, ईश्वर और अनिश्वर के बीच फर्क समझनेकी शक्ति नहीं
है"।
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