Wednesday, December 28, 2011

३० जुलाई : धर्मांतर




पूनामें आंबेडकर स्कूल ऑफ पोलिटिक्सकी स्थापना 1944


ख्रिस्ती धर्मकी ओर  श्री गांधीका विरोध अत्यंत प्रसिध्द है, गांधी कहते है, "मैं ऐसा मानता हूँ कि हरिजनोंका विशाल समूह और उसी तरह भारतीय मानव ख्रिस्ती धर्म के प्रस्तुतीकरणको समझ नहीं सकते। वे (हरिजन) दो चीजों के गुणदोष की तुलना नहीं कर सकते, जितनी गाय कर सकती है। हरिजनो के पास दिमाग नहीं है, बुद्धि नहीं है, ईश्वर और अनिश्वर के बीच फर्क समझनेकी शक्ति नहीं है"।

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