प्रजातन्त्र
एक प्रजासत्ताकसे बिल्कुल अलग है। प्रजातन्त्र
संसदीय सरकारसे भी बिल्कुल अलग है। प्रजातन्त्रकी जड़ सरकार, संसदीय या फिर अन्य
किसी भी प्रकारमें रही नहीं है। प्रजातन्त्र सरकारके प्रकारसे विशेष है। यह
प्राथमिक रुपसे हिलमिलकर जीने की पद्धति है। प्रजातन्त्रकी जड़ें सामाजिक संबंधो
में, समाज बनानेवाले लोगोके संयुक्त जीवनके अर्थ में ढूँढनी होगी।
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