Saturday, December 24, 2011

२९ मार्च : जाति प्रथा




आजवा तालाब का पानी वडोदरा शहेरको पहुंचाने के लिये व्यवस्था प्रांरभ 1892

हिन्दु जातिमें मानते है, इस वजह से नहीं कि ये अमानवीय या फिर मतिभ्रम है। ये जाति में मानते है, क्योकि वे  अंत्यत धार्मिक है . हमारे दुश्मन जाति को माननेवाले लोग नहीं है बल्कि उन्हें जाति ही धर्म है, ऐसा सीखानेवाले शास्त्र है।


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