Tuesday, December 27, 2011

२४ मई : गांव और पंचायती राज




मुंबईके नरीमान पाइन्ट पर ऐतिहासिक सभा, सावरकर की आलोचना 1956


जोतनेके लिये सरकारके पास बहुत बडे पैमाने पर जमीन है। ये जमीन अस्पृश्योंके नये गांवो की योजनाके अमलके लिये आरक्षित कर सकते हैं । सरकार निजी व्यक्तिओंसे लागतसे कम मूल्यमें अलग बंजर जमीन खरीद सकती है और उसे इस हेतु  इस्तेमाल कर सकती है।

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