Wednesday, December 28, 2011

२२ अगस्त : संसदीय प्रजातन्त्र




बाबासाहब स्थापित स्वतंत्र मजदूर पक्षका घोषणापत्र प्रसिद्ध हुआ 1936

किसीने ऐसा भी कहा है कि संसदीय प्रजातन्त्र  बहुमतीका प्रजातन्त्र है। यह सच है कि हमारे कानूनमें ऐसा नियम है कि सभी प्रश्न बहुमती द्वारा तय  होंगे । परन्तु मैं इस सिद्धांतके बारेमें अत्यंत सावधान रहनेको कह सकता हूँ। यह सिद्धांत हमने प्राप्त किये  अत्यंत खतरनाक सिद्धांतोमेंसे एक है।


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