वडोदरा राज्यकी शिष्यवृत्ति की अवधि पूरी होते ही अभ्यास अधूरा
छोडकर बाबासाहबका स्वदेश आगमन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समितिमें नियुक्ति 1917
संसदीय
प्रजातन्त्र आज हमारे लिये अपरिचित है। परन्तु एक समय भारत में संसदीय संस्थाए थी।
प्राचीन समयमें भारत बहुत विकसित था। आप महापिरिनिर्वाणके श्लोक पढेंगे तो, आप को मेरे मुद्देके समर्थन के लिये
पर्याप्त सबूत मिल जायेंगे।
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