बहिष्कृत हितकारिणीकी स्थापना 1924
धर्मांतरका
तर्क अकाट्य हो तो भी संतुष्ट नहीं होने की धर्मान्तर विरोधीओंने ठान ली है. एक सवाल करनेके लिये वे हमेशा व्याकुल रहते है .
अस्पृश्यको उसके धर्म बदलने पर भौतिक रुपसे कौन से लाभ मिलेंगे? यह सच है कि
धर्मान्तरसे अस्पृश्योंको कोई भौतिक लाभ नहीं मिलनेवाला। बेशक, इसमें कोई नुकसान
भी नहीं, क्योंकि हिन्दुके रुप में तो गरीब रहने के लिये ही उनका सर्जन हुआ है।
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