1 जनवरी: शासकवर्ग
कोरेगांवमें केप्टन फ्रांसिसके
नेतृत्व में 200 अछुत महार सैनिकोने बिना कुछ खाए पीये 12 घंटो तक लडते हुए पेशवाकी
20,000 की सेनाको करारी मात दी और “बाह्मणवादी” पेशवाईको खतम किया 1818
बाबासाहबने इसी दिनकी यादमें
कोरेगांवमें दलितसंमेलन बुलाया और उन्हें वह विजय स्तंभ दिखाया, जिस पर उन 22 महार
सैनिकोंके नाम लिखे हैं, जो कोरेगांव युद्धमें शहीद हुए थे. 1927
"अस्पृश्य कौन थे और वे किस तरह
अश्पृश्य बने" ग्रंथ प्रकाशित हुआ 1948
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