Wednesday, December 28, 2011

११ अगस्त : संसदीय प्रजातन्त्र



सासंद हीरालाल पर लिखे पत्रमें गृह राज्यमंत्री योगेन्द्र मकवानाने बताया कि आरक्षण आंदोलनमें गुजरात समाचारके वृतांत सही थे ऐसी गुजरात सरकारकी प्रस्तुती थी 1981


क्या शिक्षा जातिको नष्ट कर सकती है? उत्तर "हां" है और "ना" भी। आज जिस तरह शिक्षा दी जाती है, उसका जाति पर कोई असर नहीं है। जाति वैसी की वैसी ही रहेगी। उसका ज्वलंत उदाहरण ब्राह्मण जाति है। उसके सौ प्रतिशत शिक्षित, ना, उसका बहुमत अत्यंत शिक्षित है, फिर भी कोई भी ब्राह्मण खुदको जातिका विरोधी नहीं बताता।

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