Wednesday, December 28, 2011

२७ जुलाई : धर्मांतर




मुंबई विधान परिषद में बाबासाहब का "मुंबई युनिवर्सिटी कानून सुधार विधेयक" पर वक्तव्य 1927


आंतरभोजन के लिये किये जाते आग्रहके बारेमें  हिन्दु उनकी जाति प्रथाका बचाव करनेके लिये मजाक उडाते हैं। वे  पूछते हैः आंतर भोजनमें क्या है? समाजशास्त्रीके नजरियेसे प्रश्न देखें तो आंतर भोजनमें सब कुछ है।

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