Wednesday, December 28, 2011

२४ जुलाई : धर्मांतर



सनातन वर्गके विरोधके कारण डॉ. आंबेडकरने महार जागीरदारी नाबूदी विधेयक वापस ले लिया 1929

सामाजिक रुपसे अस्पृश्योंको, नि:संदेह, जबरदस्त फायदा होगा, क्योंकि धर्मान्तरसे अस्पृश्य ऐसे समाजके सभ्य बनेंगे, जिसके धर्मने जीवनके सभी मूल्योंको वैश्विक और समान बनाया है। हिन्दु धर्ममें ऐसे विचारके बारेमें सोच भी नहीं सकते।


No comments:

Post a Comment