मुंबई
विधानसभामें मुंबई प्राथमिक शिक्षण कानून सुधार विधेयक पर वक्तव्य 1938
जनसँख्यागणना
पत्रक में जाति नहीं जाहिर करनेके प्रश्नकी चर्चा 1940 के डिसेम्बरमें आयोजित अखिल
भारतीय महिला अधिवेशनमें हुई। श्रीमती विजयालक्ष्मी पंडित इस विचार को नकाराते हुए कहती है कि क्यों वह
ब्राह्मण होने का गौरव ना ले और जनसँख्यागणनामें ब्राह्मण के रुप में अपनी जाति को
जाहिर ना करे?
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