भीमवाणी हिन्दी :डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर विचार
Tuesday, December 27, 2011
११ मई : गांव और पंचायती राज
स्वराजकी हर संस्थामें दलित वर्गोंको उनके अधिकारकी रक्षाके लिये खास प्रतिनिधित्व देने का प्रावधान है इसका मुझे विश्वास न हो तब तक भारतके लिये स्वराजके सिद्धांतोंको मैं स्वीकार नहीं कर सकता।
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