Thursday, December 29, 2011

१५ सितम्बर : कामगार वर्ग


मुंबई विधान परिषदमें औघोगिक विवाद विधेयक पर वक्तव्य 1938
दलित पेंथरके अग्रणी नारण वोरा स्मृति दिन 1986
बाबासाहबके समर्पित साथी नानकचंद रत्तु स्मृति दिन 2001


सफल राष्ट्रवादसे सर्जित और मजदूर वर्गके बलिदानों पर पनपनेवाला मुक्त राष्ट्र ज्यादातर उनके मालिकोंके सर्वस्वके तहत कामगार वर्गोंका दुश्मन बनता है। शोषणका यह सबसे बदतर प्रकार है, जिसका मजदूर वर्गने स्वंयको शिकार  बना दिया है।

No comments:

Post a Comment