Thursday, December 29, 2011

१८ अक्टूबर : तीसरी पार्टी



गोलमेजी परिषदमें भारतकी आजादी और दलितोंकी स्वतंत्रताके लिये भव्य कार्य


आपके पास अत्यंत सक्षम नेतागण होना चाहिये। आपके नेताओंमें कोई भी राजकीय दलके शिखर  नेताओं की तुलना  कर सके ऐसा  साहस  और क्षमता होने  चाहिये। कार्यक्षम नेता बिना दल  शून्य है।

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