भीमवाणी हिन्दी :डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर विचार
Saturday, December 24, 2011
१७ फरवरी : हिन्दुधर्म
रामको जूता मारनेवाले पेरियार रामास्वामीकी उपस्थिति में मद्रासमें स्वाभिमान संघकी प्रथम परिषद 1929
हिन्दुओंमें धर्मगुरु पद नाबूद हो तो ये बेहतर होगा। परन्तु ऐसा करना नामुमकिन लगता है, इसलिए धर्मगुरुपद कम से कम, वंशपरंपरागत नहीं होना चाहिये।
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